कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी से भी कारगर होगा ये इलाज

कैंसर के इलाज में रेडियोथेरेपी से भी कारगर होगा ये इलाज

सेहतराग टीम

कैंसर के उपचार में पारंपरिक रेडियोथेरेपी की तुलना में अधिक कारगर और स्वस्थ कोशिकाओं को कम नुकसान पहुंचाने वाला एक चिकित्सकीय परीक्षण शुरू किया गया है। उच्च ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों की मदद से कैंसरग्रस्त कोशिकाओं को खत्म करने के लिए चीन में यह क्लीनिकल परीक्षण शुरू किया गया है। इसके लिए चीनी अनुसंधानकर्ता कैंसर की कोशिकाओं को मारने में सक्षम भारी - आयन चिकित्सा उत्प्रेरक का क्लीनिकल ट्रायल कर रहे हैं। 

आयन ऐसे परमाणु या अणु हैं जिसमें इलेक्ट्रानों और प्रोटोनों की संख्या असमान होती है और भारी आयन वे हैं जो आम तौर पर हीलियम से भारी होते हैं। अनुसंधानकर्ताओं ने बताया कि इस महीने पश्चिमोत्तर गानसू प्रांत में कैंसर मरीजों के लिए उत्प्रेरक की मौजूदगी में क्लीनिकल परीक्षण की शुरुआत हुई। 

कैंसर कोशिकाओं को मारने के लिए कैंसर रेडिएशन उपचार में भारी - आयन उत्प्रेरकों की मदद से उच्च - ऊर्जा वाले इलेक्ट्रॉनों को खास स्थान पर बहुतायत में भेजा जा सकता है। चाइनीज एकेडमी ऑफ साइंसेज के अंतर्गत इंस्टीट्यूट ऑफ मॉडर्न फिजिक्स के प्रमुख शिआओ गुओकिंग ने कहा कि इसे ट्यूमर से लड़ने का सबसे प्रभावी तरीका माना जाता है।

रेडिएशन जैसी पारंपरिक थेरेपी की तुलना में भारी - आयन उपचार में स्वस्थ कोशिकाओं पर रेडिएशन का कम प्रभाव पड़ता है। उपचार की अवधि भी कम होती है और थेरेपी अधिक प्रभावी तरीके से कैंसर कोशिकाओं को नियंत्रित कर सकती है।

सरकारी समाचार एजेंसी ‘ शिन्हुआ ’ की रिपोर्ट के अनुसार उत्प्रेरकों के चिकित्सकीय उपकरण जांच में दो साल का समय लगा। अप्रैल में जांच पूरी होने पर क्लीनिकल परीक्षण शुरू हो गया।

Disclaimer: sehatraag.com पर दी गई हर जानकारी सिर्फ पाठकों के ज्ञानवर्धन के लिए है। किसी भी बीमारी या स्वास्थ्य संबंधी समस्या के इलाज के लिए कृपया अपने डॉक्टर की सलाह पर ही भरोसा करें। sehatraag.com पर प्रकाशित किसी आलेख के अाधार पर अपना इलाज खुद करने पर किसी भी नुकसान की जिम्मेदारी संबंधित व्यक्ति की ही होगी।